जम्मू कश्मीर और हिमाचल के कुछ इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. बुधवार (1 नवंबर) दोपहर 12:22 के करीब महसूस किए गए भूकंप का केंद्र जम्मू के डोडा में धरती से 5 किलोमीटर अंदर था. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 आंकी गई.
भूकंप की वजह से अभी कहीं से भी किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं आई है. जैसे ही लोगों को धरती के हिलने का एहसास हुआ, वे तुरंत अपने अपने घरों से बाहर निकल आए. जम्मू कश्मीर के साथ हिमाचल प्रदेश में भी भूकंप के बाद लोग सड़कों के बाहर खड़े नजर आए. अमूमन एक भूकंप के बाद उसका आफ्टर शॉक यानि दूसरा झटका भी आता है, जिसके डर से लोग बाहर निकल आए थे.
सुबह में ही लॉयल्टी आइलैंड पर भी महसूस किये गए थे भूकंप के झटके
जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भूकंप के पहले बुधवार तड़के लॉयल्टी आइलैंड्स (Loyalty Islands) पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भारतीय समयानुसार सुबह 3 बजकर 34 मिनट पर ये झटके महसूस किए गए थे.
इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गई. न्यू कैलेडोनिया (New Caledonia) के हिस्से लॉयल्टी आइलैंड्स के साउथईस्ट में इस भूकंप के बाद भारत के जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी धरती कांपी.
पिछले एक साल में बढ़े हैं भूकंप के मामले
विशेषज्ञों की मानें तो पिछले एक साल में भूकंप के झटकों में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी हुई है. कई भूगर्भ वैज्ञानिक आशंका जता चुके हैं कि भूकंप के छोटे-छोटे झटके किसी बड़े भूकंप का संकेत भी हो सकते हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और NCR के क्षेत्र में भी हाल के दिनों में भूकंप के झटकों में बढ़ोतरी हुई है, जो चिंता का सबब है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले नेपाल में आए भूकंप के तेज झटकों की वजह से भारी नुकसान हुआ था. पिछले महीने 3 अक्टूबर को एक घंटे के भीतर चार बार भूकंप आया था, जिसका केंद्र पश्चिमी नेपाल में था.
इसकी वजह से भारत के दिल्ली-एनसीआर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेपाल में दहशत में घरों और दफ्तरों से निकले लोगों ने करीब 30 सेकेंड तक झटके महसूस करने की बात कही थी.