विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार (21 नवंबर) को विदेश मंत्रियों के फ्रेमवर्क डायलॉग को लेकर दिल्ली में अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग से मुलाकात की. दोनों देशों के नेताओं के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर खास चर्चा भी हुई. दोनों के बीच यह मुलाकात हैदराबाद हाउस में हुई. इसके बाद एस जयशंकर ने ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया.
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी में वास्तविक गति आ रही है. पीएम एंथोनी अल्बानीज जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सितंबर में भारत में थे. उन्होंने भारत की जी20 अध्यक्षता को लेकर किए गए ऑस्ट्रेलिया के मजबूत और लगातार समर्थन के लिए विदेश मंत्री पेनी वोंग के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया.
उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि अभी 14वें विदेश मंत्री फ्रेमवर्क डायलॉग का समापन किया गया है. हमारे बीच बहुत अच्छी चर्चा हुई, जिसमें वास्तव में बहुत सारे विषयों को शामिल किया गया.
‘दोनों देशों के बीच क्वाड पर हुई विस्तार से चर्चा’
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, “हमने आज क्वाड पर कुछ विस्तार से चर्चा की है. क्वाड ने पिछले कुछ सालों में काफी प्रगति की है. ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर हम आपस में एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं. नए कन्वर्जेंश और सहयोग के नए क्षेत्रों को तलाशने के लिए रास्ते को आगे बढ़ाने की प्रवृत्ति है. आज की चर्चा इस बात पर थी कि हम क्वाड में और क्या जोड़ सकते हैं…”
‘भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ की सुरक्षा मसलों पर व्यापक चर्चा’
उन्होंने यह भी कहा, “…हमने सुरक्षा मसलों पर व्यापक तौर पर चर्चा की है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ बढ़ते तालमेल को साझा किया है और इसके मूल में वास्तव में स्वतंत्र, खुली, समावेशी, समृद्ध और नियम-आधार इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक साझा प्रतिबद्धता है.”
‘आतंकवाद, कट्टरवाद और उग्रवाद पर हुई खास बातचीत’
उन्होंने बताया कि पेरी वोंग के साथ आतंकवाद, कट्टरवाद और उग्रवाद को लेकर भी खास चर्चा की है. हमने एफएटीएफ समेत तमाम मंचों पर बहुत निकटता से सहयोग किया है. उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों को केंद्र में रखते हुए भी उन पर विस्तार से चर्चा की गई है. पश्चिम एशिया या मध्य पूर्व के वर्तमान हालात क्या हैं… दक्षिण पूर्व एशिया, आसियान पर भी चर्चा हुई.
‘कनेक्टिविटी, विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर सहमति’
उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की दिशा में काम करना जारी रखेंगे. अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में नौपरिवहन की स्वतंत्रता का समर्थन भी करेंगे और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हुए सभी के लिए कनेक्टिविटी, विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देंगे…”
‘उग्रवाद और कट्टरवाद को स्थान दे रहा है कनाडा’
विदेश मंत्री ने ऑस्ट्रेलिया-कनाडा के बीच राजयनिक संबंधों पर भी चर्चा की है. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत और कनाडा, दोनों देशों के अच्छे संबंध हैं. भारत के साथ कनाडा के संबंधों को लेकर भी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ चर्चा हुई है. इस चर्चा को करने के पीछे का एक मकसद यह भी रहा है कि ऑस्ट्रेलिया, कनाडा के मुद्दे पर भारत का दृष्टिकोण जान सके. हमारे दृष्टिकोण से, हमारा मुख्य मुद्दा वास्तव में वह है जो कनाडा में उग्रवाद और कट्टरवाद को स्थान दे रहा है.