शासकीय महाविद्यालय सिलफिली में युवा उत्सव तथा वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह का भव्य आयोजन 23 फरवरी 2024 को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामकुमार मिश्र ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हरिशंकर त्रिपाठी, वरिष्ठ अधिवक्ता तथा समाज सेवी विशिष्ट अतिथियों में श्री तपन बनर्जी, ऑल इंडिया रेडियो के सेवानिवृत वरिष्ठ अधिकारी, श्री वेद प्रकाश अग्रवाल, वरिष्ठ साहित्यकार तथा समाजसेवी, श्री उदय शंकर मिश्र, सेवानिवृत्त सहायक प्राध्यापक डाइट, डॉ. आनंद कौशिक, सहायक प्राध्यापक, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रतनपुर, श्री महेंद्र सिंह, भूतपूर्व जनभागीदारी अध्यक्ष रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्कृति की देवी मां शारदा तथा छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन से हुआ। इसी दौरान छात्राओं रंभा राजवाड़े, हुलसी गुप्ता तथा अंशा राजवाड़े ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। अतिथियों के पुष्पगुच्छ से स्वागत के पश्चात छात्राओं पलक गिरि, रोहिणी मिंज, जीनत गौसिया, जैतून निशा इत्यादि छात्राओं ने छत्तीसगढ़ राजगीत ‘अरपा पैरी के धार’ के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में एकल नृत्य प्रतियोगिता में आठ प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें प्रथम स्थान भावना विश्वास ने तथा दूसरा स्थान अंशा ने प्राप्त किया। समूह नृत्य प्रतियोगिता में रंभा राजवाड़े, शीतल, निशु सिंह, इशिका कुशवाहा, स्वाति मिंज, अंशा, एनिमा सिंह, मीना, अंजलि मिस्त्री, रानी मंडल, राधिका, सोनू सिंह तथा इनके समूहों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर दर्शकों तथा अतिथियों का मन मोह लिया। समूह नृत्य की विजेता स्वाति मिंज, मुस्कान खलखो, तीजो सिंह तथा अंजलि कुजूर का समूह रहा। आकाशदीप तथा उनके साथियों ने मतदाता जागरूकता पर आधारित एक मनमोहक तथा मनोरंजन नाटक प्रस्तुत किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रामकुमार मिश्र ने महाविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया उन्होंने बताया कि 2009 से प्रारंभ महाविद्यालय ने कुल 11 छात्र-छात्राओं से अपनी यात्रा प्रारंभ की थी। आज महाविद्यालय में लगभग 500 विद्यार्थी अध्यनरत हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं की पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा खेल गतिविधियों के प्रति उनकी रुचि की सराहना की। उन्होंने बताया कि यह महाविद्यालय अन्य महाविद्यालयों की तुलना में अधिक संस्कृत है तथा भविष्य में उसके इसी तरह रहने की अपेक्षा है। भूतपूर्व जनभागीदारी अध्यक्ष श्री महेंद्र सिंह ने महाविद्यालय के शैक्षिक परिवेश की सराहना की तथा महाविद्यालय के इसी प्रकार के विकसित होते रहने की कामना की। महाविद्यालय के पूर्व वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. के. आनंद कौशिक ने महाविद्यालय से अपने आत्मिक जुड़ाव को व्यक्त किया। सेवानिवृत्त सहायक प्राध्यापक श्री उदय शंकर मिश्र ने संपन्न हुई प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को बधाई दी तथा उनकी सराहना की। उन्होंने बताया कि सामूहिक कार्यक्रमों में सभी की प्रतिभागिता से हम समाज में जीने तरीका सीखते हैं। उन्होंने कहा कि अध्ययन के अतिरिक्त व्यक्ति के भीतर जीवन मूल्यों का विकास बेहद आवश्यक है। वरिष्ठ साहित्यकार तथा समाजसेवी श्री वेद प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि यह विश्व को समझने का समय है। विश्व की राजनीति तथा उसकी दिशा और दशा को समझे बिना हम सही रास्ते पर चल नहीं सकेंगे। वरिष्ठ साहित्यकार तथा ऑल इंडिया रेडियो के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी श्री तपन बनर्जी ने कहा कि व्यक्तित्व के समग्र विकास के लिए शिक्षा के साथ संस्कार आवश्यक है और यह महाविद्यालय आपको इन सद्गुणों से विकसित करने में सक्षम है। मुख्य अतिथि श्री हरिशंकर त्रिपाठी ने कुछ उदाहरण के जरिए अपने व्यक्तित्व को पहचानने की सीख दी उन्होंने बताया कि संसार का हर व्यक्ति विशिष्ट होता है सभी में कुछ न कुछ विशेषताएँ होती हैं। यदि हम अपनी विशेषताओं को समय पर समझ जाएंगे तो हमारी प्रगति निश्चित है। इसलिए सर्वप्रथम हमें अपने जीवन की विशेषताओं को समझना बेहद आवश्यक है।
कार्यक्रम के संचालक सहायक प्राध्यापक श्री अजय कुमार तिवारी तथा डॉक्टर प्रेमलता एक्का ने बताया की वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में वर्ष भर की सांस्कृतिक-साहित्यिक तथा खेल संबंधी सभी गतिविधियों के लिए छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जाता है। उन्होंने बताया कि हमारे छात्र-छात्राओं में ऐसे भी विद्यार्थी हैं जिन्होंने राज्य अथवा राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया है, जिसके लिए महाविद्यालय को उन पर गर्व है। पुरस्कार वितरण प्रारंभ होने से पूर्व अतिथियों के आग्रह पर श्रेष्ठ सांस्कृतिक कार्यक्रमों को पुनः प्रस्तुत किया गया, जिसमें रोहिणी मिंज ने सरगुजा की माटी की गंध को समेटे हुए एक गीत कुड़ुख बोली में प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पश्चात भावना विश्वास ने बांग्ला नृत्य तथा अंशा ने छत्तीसगढ़ी एकल नृत्य प्रस्तुत किया। अंत में सर्वश्रेष्ठ समूह नृत्य स्वाति मिंज तथा उनके साथियों ने प्रस्तुत किया। समस्त अतिथियों का शॉल तथा श्रीफल से सम्मान किया गया।
उद्बोधन के पश्चात वर्ष भर की खेल तथा सांस्कृतिक-साहित्यिक गतिविधियों के अतिरिक्त युवा उत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं तथा उपविजेताओं को प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह एवं मेडल से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त बीए द्वितीय वर्ष के छात्र किशन यादव, बीकॉम अंतिम के छात्र अविनाश सोनवानी तथा बीए अंतिम के छात्र राहुल गोलदार को राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय एवं संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में सहायक प्राध्यापक श्री अमित सिंह बनाफर ने समस्त अतिथियों, अभिभावकों, भूतपूर्व छात्रों, वर्तमान छात्र-छात्राओं तथा आयोजन में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। समारोह को सफलतापूर्वक संपन्न करने में प्राध्यापक वर्ग से डॉ प्रेमलता एक्का, श्री अमित सिंह बनाफर, श्रीमती शालिनी शांता कुजूर, श्रीमती अंजना, श्री अजय कुमार तिवारी, श्री भारत लाल कंवर, श्री आशीष कौशिक, सुश्री नीलू सिंह, सुश्री स्वाति यादव, श्री जफ़ीर के साथ-साथ श्री ताराचंद साहू, श्री अशोक राजवाड़े, श्रीमती सुनीता गुप्ता, श्री दिनेश, श्री हेमंत तथा श्री जय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर पार्वती कॉलेज मदनपुर से श्रीमती प्रीति सोनी तथा अन्य प्राध्यापक, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिलफिली से श्री शैलेश सोनी के अतिरिक्त बड़ी संख्या में अभिभावक तथा महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र-छात्राएं एवं बड़ी संख्या में महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।