प्रदेश के पांच शिक्षकों को आज शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में नर्मदापुरम की श्रीमती सारिका घारू, इंदौर की श्रीमती चेतना खंबेटे, भोपाल के डॉ. यशपाल सिंह, दतिया के श्री रविकांत मिश्रा और रतलाम की श्रीमती सीमा अग्निहोत्री को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया। समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान, शिक्षा राज्य मंत्री श्री सुभाष सरकार और श्रीमती अन्नपूर्णा देवी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में देश के कुल 75 शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
नर्मदापुरम के पिपरिया स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती सारिका घारू ने जनजातीय छात्रों का नामांकन बढ़ाने के लिए अपनी कक्षा को मस्ती की पाठशाला बनाया। इनके परिश्रम से विद्यालय के जनजातीय छात्रों ने कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। इंदौर के केंद्रीय विद्यालय नंबर 2, बीएसएफ की शिक्षिका श्रीमती चेतना खंबेटे 18 वर्षों से रुचिकर तरीके से जीव विज्ञान का अध्यापन करा रहीं हैं। इन्होंने विज्ञान प्रयोगशाला के लिए 3-डी मॉडल और इंटरएक्टिव शिक्षण सामग्री विकसित की हैं।
भोपाल के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के डॉ. यशपाल सिंह को सामाजिक बदलाव लाने और शिक्षण क्षेत्र के प्रयासों के लिए पुरस्कृत किया गया। छात्रों को ज्ञान देने के साथ उन्होंने पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों और बाल विवाह, दहेज जैसी कुरीतियों के विरुद्ध समाज में जागरूकता लाने का सराहनीय प्रयास किया है।
दतिया के बीकर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के श्री रविकांत मिश्रा को तकनीक के उपयोग से शिक्षा को सरल और रोमांचक बनाने के लिए पुरस्कृत किया गया। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर पढ़ाने, पीएम ई-विद्या राष्ट्रीय चैनलों पर सजीव कक्षा लेने और स्वास्थ्य जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता लाने जैसे कई कदम उठाए हैं।
रतलाम के सीएम राइज शासकीय विनोबा उच्चतर माध्यमिक शाला की श्रीमती सीमा अग्निहोत्री को सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षण सामग्री को आनंददायक बनाने के लिए सम्मानित किया गया। शिक्षा को रुचिकर बनाने के लिए उन्होंने समुदाय को शामिल कर कहानी पढ़ने की प्रतियोगिता, समाचार पत्र लेखन, नाटक और नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की हैं।