छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भी इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. प्रदेश के बाकि जिलों की तरह ही बस्तर जिला भी शीत लहर की चपेट में है. ठंड से बस्तरवासियों की हालत खराब है. इधर बढ़ती ठंड को देखते हुए छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों की तरह ही बस्तर जिले में भी स्कूलों की टाइमिंग में परिवर्तन किया गया है. दरअसल, बच्चों के पेरेंटस द्वारा बढ़ती ठंड को देखते हुए स्कूलों के समय में परिवर्तन की मांग की जा रही थी. जिसपर संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने 15 जनवरी तक स्कूल के समय में परिवर्तन किया है.
स्कूलों के समय में किया गया ये परिवर्तन
बस्तर जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार सर्दी बढ़ने और शीतलहर को देखते हुए जिला शिक्षा विभाग बस्तर जिले के अंतर्गत संचालित सभी शासकीय और निजी स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया गया है. जिसके अनुसार एक पाली में संचालित स्कूलों के लिए समय सुबह साढ़े 10 बजे से शाम साढ़े 3 बजे तक और 2 पालियों में संचालित होने वाले स्कूलों के लिए पहली पाली का समय सुबह 9 बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक इसके साथ ही दूसरी पाली का समय दोपहर 12:45 बजे से शाम सवा 4 बजे तक किया गया है. बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है.
बस्तर में लगातार बढ़ रही है ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में उत्तर से ठंडी और शुष्क हवाओं का आगमन लगातार जारी है. जिसकी वजह से बस्तर में अगले 20 दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि प्रदेश में न्यूनतम तापमान में गिरावट चरम स्थिति पर पहुंच चुका है. जिससे न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. जिस वजह से आगामी कुछ दिनों तक मौसम का हाल ऐसे ही बना रह सकता है और इससे ज्यादा कड़ाके की ठंड पड़ सकती है.
इधर बस्तर संभाग में नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और इससे लगे इलाके भी शीतलहर की चपेट में है और घना कोहरा भी बना हुआ है. इसलिए बस्तर जिले के साथ-साथ संभाग के अन्य 6 जिलों में भी स्कूल के समय में परिवर्तन किया गया है और इसे तत्काल लागू करने के निर्देश सभी जिलों के कलेक्टर ने शिक्षा विभाग को दिए हैं.