समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक है, लेकिन इसका अंतिम लक्ष्य युवाओं के सर्वांगीण विकास के साथ उनके कौशल को राष्ट्र निर्माण की मुख्य धारा से जोड़ना है। वर्तमान युग में नवाचार, समावेशी शिक्षा, तकनीकी योग्यता और कौशल विकास किसी भी शिक्षा-प्रणाली के महत्वपूर्ण घटक बन चुके हैं। हमारी सरकार प्रदेश में उच्च शिक्षा को नई पहचान दिलाने हेतु सदैव कृतसंकल्पित रही है। शिक्षा के क्षेत्र में भारत को विश्वस्तर पर पुर्नस्थापित करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और शोध पर विशेष जोर देना होगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे शोध किए जाने चाहिए। जो छत्तीसगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके और यह भी लोगो के लिए लाभदायक साबित हो। दीक्षांत भाषण प्रो. डॉ. बुद्ध रश्मि मणि ने दिया।
कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल श्री हरिचंदन एवं अन्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। समारोह के पश्चात राज्यपाल श्री हरिचंदन एवं अन्य अतिथियों ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधे रोपे। समारोह में कुलपति प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला, विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । कुल सचिव श्री शैलेंद्र पटेल, विश्वविद्यालय कार्य परिषद के सदस्य, संकाय अध्यक्ष और बडी संख्या में विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे।