भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2025 में रियल जीडीपी ग्रोथ (Real GDP growth) 7 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया है. भारतीय रिजर्व बैंक गर्वनर शक्तिकांत दास ने आज मौद्रिक नीति समिति की बैठक (RBI MPC Meeting) के नतीजे घोषित करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ के 7.1 फीसदी रहने का अनुमान है. आरबीआई गर्वनर ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.9 फीसदी रहने और तीसरी व चौथी तिमाही में 7 फीसदी रहने का अनुमान है.
रिजर्व बैंक ने एक बार फिर रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि खुदरा महंगाई भले ही मौजूदा सीरीज में निचले स्तर पर आ गई हो, लेकिन अभी खाने-पीने की चीजों के मामले में महंगाई की स्थिति अनिश्चित बनी हुई है. रिजर्व बैंक महंगाई को लेकर सतर्क है.
ग्रामीण मांग में हो रही है वृद्धि
आरबीआई गर्वनर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मांग मजबूत हो रही है. वित्त वर्ष 2024-25 में उपभोग से आर्थिक वृद्धि को समर्थन मिलेगा. वैश्विक स्तर पर राजनीतिक तनाव, व्यापारिक मार्ग पर बाधाओं से चिंता बनी हुई है. लेकिन, इन बाधाओं के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है.
दास ने कहा कि मुद्रास्फीति का दबाव कम होने, मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस सेक्टर में निरंतर गति से निजी निवेश को बढ़ावा मिलना मिलने की उम्मीद है. भारतीय मुद्रा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि रुपया अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्रा की तुलना में काफी हद तक एक दायरे में है. 2023 में इसमें सबसे कम अस्थिरता देखी गई.