विशेष साज-सज्जा, पूजन-अर्चन सहित भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के होंगे नियमित आयोजन
देश के प्रसिद्ध अनेक भजन गायक भी देंगे अपनी प्रस्तुतियां
इंदौर। इंदौर के प्रसिद्ध श्री खजराना गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी के अवसर पर 10 दिवसीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। यह महोत्सव 27 अगस्त से प्रारंभ होगा। महोत्सव के दौरान मंदिर में विशेष साज-सज्जा की जाएगी। विधि-विधान के साथ नियमित पूजन-अर्चन होंगे और 10 दिन तक भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी होंगे। इस बार देश के प्रसिद्ध अनेक भजन गायक भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गणेश चतुर्थी पर 27 अगस्त 2025 बुधवार को सुबह 10 कलेक्टर सह अध्यक्ष श्री आशीष सिंह एवं नगर निगम आयुक्त सह प्रशासक श्री शिवम वर्मा, श्री गणपति मंदिर खजराना प्रबंध समिति द्वारा आयोजित ध्वजा-पूजन और लड्डू प्रसादी वितरण कार्यक्रम में शामिल होंगे।
गणेश चतुर्थी महोत्सव के तहत 28 अगस्त 2025 गुरूवार को दोपहर 2 बजे दृष्टि बाधित बच्चों द्वारा मगंलाचरण तथा शाम 7 बजे श्रीमती कल्पना झोकरकर की संगीतमय प्रस्तुति होगी। 29 अगस्त 2025 शुक्रवार को दोपहर 2 बजे शालेय छात्र-छात्राओं द्वारा गायन होगा और शाम 7.30 बजे नेशनल स्कूल ऑफ कत्थक द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी। 30 अगस्त 2025 शनिवार को शाम 5 बजे अन्नक्षेत्र के आजीवन सदस्यों का सम्मान होगा।
इस अवसर पर स्नेह भोज का आयोजन भी किया गया है। इसी दिन रात्रि 8 बजे श्री ऋषि कुमार म्यूजिकल ग्रुप द्वारा भजन संध्या आयोजित की गई है। 31 अगस्त 2025 रविवार को शाम 5 बजे कला प्रस्तुति होगी। रात्रि 8 बजे श्री अश्विनी पाठक द्वारा सुंदरकाण्ड का आयोजन किया गया है। 01 सितम्बर 2025 सोमवार को शाम 6 बजे से नादयोग गुरुकूल द्वारा कत्थक -भरत नाट्यम की प्रस्तुति दी जायेगी। पाटीदार योगा सेन्टर द्वारा गीतायन एवं स्वर मंदिर म्यूजिकल योगा की प्रस्तुति होगी। 02 सितम्बर 2025 मगंलवार को शाम 7 बजे भजन संध्या होगी, इसमें भजन गायक श्री रतन मोहन शर्मा द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी। 03 सितम्बर 2025 बुधवार को शाम 7 भजन संध्या में सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर के भजन होंगे। 04 सितम्बर 2025, गुरूवार को शाम 7 बजे भजन संध्या में सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री कौशलेन्द्र शर्मा (शर्मा बंधु) सुरमय प्रस्तुतियां देंगे। सभी कार्यक्रम श्री गणपति मंदिर खजराना परिसर स्थित प्रवचन हॉल में होंगे। आग्रह किया गया है कि मंदिर द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों में सहयोग हेतु दान राशि के लिए क्यू आर कोड का उपयोग भी किया जा सकता है।