रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया इतिहास रचने से चूक गई. खिताबी मुकाबले में मेजबानों को ऑस्ट्रेलिया ने पराजित कर उसे खिताब जीतने से वंचित कर दिया. टीम इंडिया के खिलाड़ियों सहित क्रिकेट फैंस इस हार के गम से धीरे धीरे बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि इस बीच अब ये खबर आ रही है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) कप्तान रोहित शर्मा और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के साथ बैठक कर आगामी 4 साल के लिए तीनों फॉर्मेट में नए सिरे से चर्चा करना चाहती है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक रोहित (Rohit Sharma) के लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में भविष्य पर स्पष्टता और एक कप्तान को तैयार करने को लेकर बातचीत होगी. सूत्रों के मुताबिक रोहित शर्मा ने पहले ही सेलेक्टर्स को बता दिया था कि यदि टी20 में उनके नाम पर विचार नहीं होता है तो, इससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी. भारतीय सेलेक्टर्स युवाओं को तरजीह देना चाहते हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि रोहित अपने वनडे करियर को कैसे देखते हैं. साल 2027 में अगला वनडे विश्व कप होगा, तब रोहित की उम्र 40 के करीब हो जाएगी.
चयनकर्ताओं की नजर युवा खिलाड़ियों पर
इससे पहले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है. 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पाकिस्तान में होना है. भारतीय टीम अगले एक साल में 6 वनडे खेलने हैं. बीसीसीआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा, ‘ वनडे विश्व कप से पहले रोहित ने बता दिया था कि यदि उनके नाम पर टी20 में विचार नहीं किया जाता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. पिछले एक साल से सेलेक्टर्स युवाओं पर निवेश कर रहे हैं. अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप को देखते हुए सेलेक्टर्स अपनी इस रणनीति में बदलाव नहीं करना चाहते.’
सेलेक्टर्स के सामने कप्तान चुनने की बड़ी चुनौती
सूत्रों के मुताबिक बोर्ड और सेलेक्टर्स आगामी आईपीएल और टी20 विश्व कप 2024 के बाद ही वनडे के लिए योजना तैयार करेंगे. उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती लंबे समय तक के लिए कप्तान तैयार करने की होगी. भारतीय टीम अपने घर में ऑस्ट्रेलिया से नवंबर में टी20 सीरीज खेलने के बाद दिसंबर में साउथ अफ्रीका के दौरे पर जाएगी जहां उसे 2 टेस्ट और 3 मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है. रोहित टेस्ट के लिए खुद को बचाकर रखना चाहेंगे.