साल 2023 से लेकर अब तक देश में आईपीओ का मार्केट गुलजार है. एक के बाद एक कंपनियां शेयर मार्केट पर अपना आईपीओ लेकर आ रही हैं. इन आईपीओ को मार्केट से भी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. मगर, निवेशकों को हमेशा सरकारी कंपनियों के आईपीओ का इंतजार रहता है. इससे पहले साल 2022 में आए एलआईसी के लगभग 21 हजार करोड़ रुपये के आईपीओ ने मार्केट में हलचल मचा दी थी. अब एक और सरकारी कंपनी आईपीओ लाने की तैयारी में जुट गई है. सार्वजनिक क्षेत्र की इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी (IIFC) इस साल के अंत तक आईपीओ ला सकती है.
कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत, आईपीओ लाने का यही सही समय
इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस कंपनी (India Infrastructure Finance Company) के एमडी पीआर जयशंकर (PR Jaishankar) ने सीएनबीसी आवाज के साथ बात करते हुए बताया कि कंपनी आईपीओ की तैयारी में जुटे हुए हैं. कंपनी का आईपीओ इसी साल आ सकता है. उन्होंने कहा कि शेयर मार्केट पर जाने के लिए हम सभी तरह की तैयारियां कर रहे हैं. कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है और हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. अब आईपीओ लाने का सही समय आ गया है. आईआईएफसी की स्थापना साल 2006 में हुई थी. इसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को वित्तीय मदद देने के लिए बनाया गया था.
आरबीआई के नए नियमों का आईआईएफसी पर नहीं पड़ेगा कोई प्रभाव
इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के प्रस्तावित नियमों पर जयशंकर ने कहा कि इनका कंपनी के ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. फिलहाल हमारा कोई भी प्रोजेक्ट इससे प्रभावित नहीं होगा. हालांकि, हमें नए नियमों का फाइनल ड्राफ्ट देखना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि फिलहाल सभी स्टेकहोल्डर्स से इन नियमों को लेकर चर्चा की जा रही है. आरबीआई ने हाल ही में कहा था कि वह इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की फाइनेंसिंग को लेकर नियमों को सख्त करने जा रहा है. इसमें फाइनेंस करने वाली कंपनियों की जिम्मेदारियां बढ़ाई गई हैं. उन्हें प्रोजेक्ट की स्थिति पर लगातार नजर रखनी होगी. देरी की आशंका होने पर तत्काल कार्रवाई करनी होगी.