2047 में भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे हो जायेंगे. आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के जश्न के साथ अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी भारत बड़ी उपलब्धि हासिल कर चुका होगा. 2047 में भारत 30 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के साथ एक विकसित देश बन चुका होगा. सरकार के थिंकटैंक नीति आयोग ने डॉफ्ट विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है इसी ड्रॉफ्ट विजन डॉक्यूमेंट में ये बातें कही गई है जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा और दिसंबर 2023 तक सार्वजनिक करने के लिए तैयार कर लिया जाएगा.
नीति आयोग तैयार कर रहा विजन डॉक्यूमेंट
नीति आयोग के सीईओ वीबीआर सुब्रमण्यम ने ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इस विजन डॉक्यूमेंट को तीन महीने के भीतर सार्वजनिक कर दिया जाएगा. इंफ्रास्ट्रक्चर, वेलफेयर, कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, टेक्नोलॉजी और गवर्नेंस से जुड़े अलग अलग मंत्रालयों के 10 सेक्टरोल ग्रुफ ऑफ सेक्रेटरीज बीते दो वर्षों से इस विजय डॉक्यूमेंट को तैयार करने में जुटे थे. नीति आयोग के इन सेक्टरोल थिमैटिक विजय को मिलाकर विजय डॉक्यूमेंट तैयार करने को कहा गया था. नीति आयोग ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में बताया कि 2047 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज 30 ट्रिलियन डॉलर का होगा साथ प्रति व्यक्ति आय भी बढ़कर 17,590 डॉलर हो जाएगा. मौजूदा समय में भारत की जीडीपी का साइज 3.7 ट्रिलियन डॉलर है तो प्रति व्यक्ति आय 2450 डॉलर के करीब है.
2047 तक भारत होगा विकसित देश
नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट में ऐसे सेक्टर्स और टेक्नोलॉजीज पर जोर रहेगा जिसमें 2047 तक भारत नेतृत्व करता रहे. और इन सेक्टर्स टेक्नोलॉजीज में संस्थागत और स्ट्रक्चरल सुधार किया जाये. उन्होंने कहा कि विकसित भारत @ 2047 ( Viksit Bharat@2047) विजन डॉक्यूमेंट भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने के मकसद से तैयार किया जा रहा है जिससे उसे मिडिल इनकम ट्रैप बाहर निकाला जा सके. नीति आयोग इस विजन डॉक्यूमेंट को लेकर उद्योगजगत के धुरंधर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रेशेखरन, के साथ इंफोसिस के नंदन नीलेकणि के साथ भी विचार विमर्श करने वाली है. नवंबर, 2023 के आखिरी हफ्ते में ये बैठक होने की उम्मीद है.
2030 तक जर्मनी जापान को पीछे छोड़ देगा भारत
इससे पहले एस एंड पी ग्लोबल और मॉर्गन स्टैनले ने ये भविष्यवाणी किया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2030 तक लंबी छलांग लगाते हुए जापान और जर्मनी की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ देगा. गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2075 तक चीन 57 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी तो दूसरे स्थान पर 52.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ भारत दूसरे स्थान पर होगा. अमेरिकी अर्थव्यवस्था 51.5 ट्रिलियन डॉलर के साइज के साथ तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. जबकि 30.3 ट्रिलियन डॉलर के साथ यूरो एरिया चौथे और 7.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ जापान पाचंवी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी.