रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नेटवर्क 18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी. इस दौरान उनसे कश्मीर से AFSPA (आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट) हटाने को लेकर सवाल पूछा गया. रक्षा मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कश्मीर से अफस्पा हटाया जा सकता है. घाटी में ऐसा माहौल बन चुका है, लेकिन इसपर गृह मंत्रालय ही अंतिम फैसला लेगा. उनसे ब्रिटिश मीडिया में छपी उस खबर के बारे में भी पूछा गया, जिसमें भारत द्वारा पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों को मारने का दावा किया गया है. इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे देश में जो भी आतंक फैलाएगा उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. और यदि कोई आतंकवादी देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देकर पाकिस्तान जाता है तो हम उसका पीछा करेंगे और उसे वहीं घुसकर मारेंगे.
AFSPA के तहत सुरक्षाबलों को विशेष अधिकार दिया जाता है. अमातौर पर अशांत क्षेत्रों में सशस्त्र बलों को तलाशी और गिरफ्तारी को लेकर विशेष अधिकार दिया जाता है, ताकि कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखा जा सके. राजनाथ सिंह से कश्मीर से AFSPA हटाने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘अब वक्त आ गया है कि इसे (AFSPA) हटाने को लेकर निर्णय लिया जा सकता है. इस बाबत रिपोर्ट आने के बाद गृह मंत्रालय ही इस पर फैसला करेगा. मेरा कहना है कि कश्मीर में ऐसी परिस्थितियां बन चुकी हैं कि वहां से AFSPA को हटाया जा सकता है, लेकिन इसपर जो भी निर्णय लेना होगा वह गृह मंत्रालय ही लेगा.’
AFSPA पर अमित शाह
AFSPA पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी कुछ दिनों पहले दिए गए एक इंटरव्यू में बड़ी बात कही थी. उन्होंने कहा था कि हमलोग भी AFSPA को हटाने पर विचार कर रहे हैं. बता दें कि केंद्र सरकार ने साल 1990 में जम्मू-कश्मीर में AFSPA लगाने का फैसला किया था. केंद्र का मानना था कि जम्मू-कश्मीर का अधिकांश हिस्सा अशांत है, ऐसे में सुरक्षाबलों को अधिक शक्तियां और अधिकार देना जरूरी है, ताकि क्षेत्र में शांति व्यवस्था को बनाए रखा जा सके.