भारत और अमेरीका के नौसेना के युद्धपोतों (जल-स्थल दोनों पर चलने वाली) ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में भारत-अमेरिका संयुक्त अभ्यास ‘टाइगर ट्रायम्फ 2024’ के हिस्से में भाग लिया. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, समुद्र तट पर द्विपक्षीय त्रि-सेवा मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास किया गया.
इसके अलावा, काकीनाडा के पास भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के जहाजों के बीच क्रॉस डेक हेलीकॉप्टर अभ्यास किया. अभ्यास टाइगर ट्रायम्फ 2024 का समुद्री चरण बुधवार को शुरू हुआ, जिसमें भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के जहाज एक साथ रवाना हुए. विशाखापत्तनम में यह चरण दोनों देशों के जवान को समन्वित मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) और मेडिकल निकासी सहित अभियान का संचालन किया.
अभ्यास ‘टाइगर ट्रायम्फ 2024’, भारत और अमेरिका के बीच एक द्विपक्षीय, त्रि-सेवा अभ्यास है, जो 18-31 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है. अभ्यास का उद्घाटन समारोह 19 मार्च को आईएनएस जलाश्व (INS Jalashwa) पर हुआ. इससे पहले रविवार को, एक्सरसाइज टाइगर ट्रायम्फ 2024 के आगामी समुद्री चरण की बारीकियों पर चर्चा करने के लिए विशाखापत्तनम में एक प्री-सेल सम्मेलन आयोजित किया गया था.
यह योजनाएं सेना के कमांडरों के सामने दिखाईं गईं, इसमें संयुक्त राज्य और भारतीय नौसेना की भाग लेने वाली इकाइयों के कमांडिंग अधिकारी उपस्थित थे. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) के लिए तेजी से और सुचारू समन्वय को सक्षम करना है.
रक्षा मंत्रालय ने बताया, ‘भारतीय नौसेना के जहाज इंटीग्रल हेलीकॉप्टर और लैंडिंग क्राफ्ट के साथ, भारतीय नौसेना के विमान, भारतीय सेना के जवान और वाहन और भारतीय वायु सेना के विमान और हेलीकॉप्टर, रैपिड एक्शन मेडिकल टीम (RAMT) के साथ अभ्यास में भाग लिया.’