देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की लिस्टिंग आज से 20 साल पहले 2004 में हुई थी. उसके बाद से ही टाटा ग्रुप की इस कंपनी का शानदार प्रदर्शन जारी है. लिस्टिंग के बाद 19 साल में पहली बार वित्त वर्ष 2023-24 में टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या घट गई है. सालाना आधार पर पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के 13,249 कर्मचारी कम हुए हैं. जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान भी कंपनी के कर्मचारियों की संख्या में 1759 की कमी आई है. इस कमी के चलते 31 मार्च, 2023 तक फिलहाल टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 6,01,546 रह गई है.
टीसीएस का एट्रीशन रेट घटकर 12.5 फीसदी रह गया
टीसीएस के तिमाही नतीजों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 22600 बढ़ी थी. इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने लगभग 1.03 लाख कर्मचारी जोड़े थे. कंपनी के चीफ एचआर ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ के अनुसार, कंपनी का एट्रीशन रेट घटकर 12.5 फीसदी रह गया है. इसके अलावा हमारे कैंपस हायरिंग को भी अच्छा रिस्पोंस मिल रहा है. कर्मचारी भी अब ऑफिस से काम करने को तवज्जो दे रहे हैं. कस्टमर्स की संख्या भी बढ़ी है.
नेशनल क्वालिफायर टेस्ट ले रही कंपनी
साथ ही टीसीएस ने हायरिंग प्रक्रिया में भी बदलाव किया है. कंपनी अब ‘नेशनल क्वालिफायर टेस्ट’ (NQT) लेना शुरू कर दिया है. एनक्यूटी एक ऐसा टेस्ट है, जिसके जरिए टीसीएस छात्रों की योग्यता को चेक करती है. इस टेस्ट को टीसीएस आई ऑन (TCS iON) तैयार करता है. इस साल आवेदन की आखिरी तारीख 10 अप्रैल, 2024 थी. इस साल NQT 26 अप्रैल को आयोजित होगा.
11.5 लाख रुपये तक का पैकेज कर रही ऑफर
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज फिलहाल तीन तरह की कैटेगरी में फ्रेशर्स की हायरिंग कर रही है. इसमें एक निंजा है. इसमें फ्रेशर्स को 3.36 लाख रुपये तक का पैकेज ऑफर किया जाता है. इसके बाद डिजिटल कैटेगरी में 7 लाख रुपये तक का पैकेज मिल रहा है. सब ऊपर प्राइम कैटेगरी आती है. इसमें सबसे अधिक 9 से 11.5 लाख रुपये का पैकेज फ्रेशर्स को दिया जा रहा है.