बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 3.32 अंक की मामूली गिरावट में रहा. वहीं, एनालिस्ट्स के मुताबिक, जियो-पॉलिटिकल इवेंट, मैक्रो इकोनॉमिक डेटा और कंपनियों के तिमाही नतीजे इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे. यह सप्ताह कम कारोबारी सत्रों का होगा. बुधवार को ‘रामनवमी’ (17 अप्रैल) पर बाजार में अवकाश रहेगा.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, ‘‘यह सप्ताह बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा. इसकी वजह यह है कि ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष की आशंका पैदा हो रही है. दोनों के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक शेयर बाजारों में घबराहटपूर्ण बिकवाली देखने को मिल सकती है. इसके अलावा बाजार की निगाह कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी, जो जियो-पॉलिटिकल इवेंट से प्रभावित होती है.’’
जारी होंगे इंफोसिस, बजाज ऑटो और विप्रो की तिमाही नतीजे
उन्होंने कहा कि इस सप्ताह इंफोसिस, बजाज ऑटो और विप्रो की तिमाही नतीजे आने हैं जिन पर निवेशकों की निगाह रहेगी. मीणा ने कहा कि मैक्रो इकोनॉमिक डेटा पर चीन के जीडीपी की ग्रोथ रेट के आंकड़े, अमेरिका के रिटेल सेल्स के डेटा और अमेरिका में बॉन्ड पर यील्ड के अलावा डॉलर इंडेक्स की दिशा बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगी.
15 अप्रैल को TCS के शेयर पर नजर
सोमवार (15 अप्रैल) को टीसीएस के शेयर पर सभी की निगाह रहेगी. कंपनी ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को अपनी जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजे पेश किए हैं. कंपनी का नेट प्रॉफिट बीते वित्त वर्ष की चौथी जनवरी-मार्च तिमाही में 9 फीसदी बढ़कर 12,434 करोड़ रुपये रहा है. हालांकि, विदेशी बाजारों में कंपनी को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. पूरे वित्त वर्ष में टाटा समूह की कंपनी का नेट प्रॉफिट 9 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 45,908 करोड़ रुपये रहा है. वहीं कंपनी की आमदनी 2,25,458 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,40,893 करोड़ रुपये हो गई है.
इन फैक्टर्स पर नजर
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘बाजार का आउटलुक प्रमुख ग्लोबल और डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा पर निर्भर करेगा. इस दौरान भारत का डब्ल्यूपीआई डेटा आना है. साथ ही चीन का जीडीपी, अमेरिका का मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्शन के साथ बेरोजगारी दावों का डेटा आना है.’’